शहर में सफाई के नए अध्याय की शुरुआत हुई है। सोमवार से 60 ट्रैक्टर कचरा उठाने का कार्य शुरू कर दिया गया है, जिसमें 10 मुख्य मार्गों पर और 50 वार्ड्स में काम करेंगे। इस टेंडर को वही कंपनी प्राप्त हुई है, जिसके टिपर पहले भी शहर में काम कर रहे थे, लेकिन फर्म का नाम अब बदल गया है।
पिछले समय में ट्रैक्टर की ज़रूरत अधिक महसूस हो रही थी क्योंकि नगर निगम द्वारा ट्रैक्टर ट्रॉली से कचरा उठाने की व्यवस्था लंबे समय से रुकी हुई थी। 2020 में टेंडर जारी हुआ था, लेकिन विभिन्न समस्याओं की वजह से नया टेंडर नहीं जारी हो सका।
गांधी जयंती के मौके पर शहर के 80 वार्डों में 60 ट्रैक्टरों को संचालित किया गया। मेयर सुशीला कंवर राजपुरोहित ने ट्रैक्टर ट्रालियों को हरी झंडी दिखाकर कचरा परिवहन के लिए रवाना किया। ये ट्रैक्टर विभिन्न प्रकार के कचरा, जैसे की मिट्टी, नाली की शिल्ट और ढेरियां, डंपिंग यार्ड में पहुंचाएंगे।
नई व्यवस्था के अनुसार, प्रति ट्रैक्टर को अब तीन ट्रिप प्रतिदिन की समस्या है, और प्रति ट्रिप की लागत भी 905 रुपए हो गई है, जो पहले 720 रुपए प्रति ट्रिप थी। इसी कंपनी के टिपर पर पांच करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगाया जा चुका है, लेकिन उसने नये नाम के साथ ट्रैक्टर टेंडर प्राप्त किया। यह मामला अब डीएलबी में विचाराधीन है।
मेयर ने प्रधानमंत्री की सफाई अभियान की पहल की प्रशंसा की और दो अक्टूबर को शहर में विशेष सफाई अभियान चलाए जाने की बात की। इस मौके पर कंपनी के अधिकारी और निगम के अधिकारी भी मौजूद थे।
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