भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी विधानसभा चुनावों की पूर्वसंध्या में पीबीएम अस्पताल की स्थितिवादी सेवाओं और अव्यवस्थाओं को समाज में चर्चा का विषय बनाया। शहर के अध्यक्ष, विजय आचार्य ने नेतृत्व किया और अस्पताल के प्रशासक पी.के. सैनी से मुलाकात करते हुए अनेक समस्याओं का उल्लेख किया।
प्रमुख समस्याओं में अस्पताल के मुख्य प्रवेश मार्ग पर सड़क निर्माण कार्य की अधूरी स्थिति, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज की ओर जानेवाली सड़क की खराब हालत, अस्पताल की अधीकृत रास्ता का अवैध उपयोग, सफाई की अनुपस्थिति, वार्डों में फैली गंदगी जिससे संक्रमण के जोखिम में वृद्धि हो रही है, आदि शामिल थीं।
रोगियों को जांच के लिए अस्पताल में भटकना पड़ रहा है। उन्हें एमआरआई और अन्य जरूरी परीक्षणों के लिए समय मांगना पड़ रहा है, जो उन्हें समय पर नहीं मिलता। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को सोनोग्राफी के लिए लंबे समय प्रतीक्षा करनी पड़ रही है, जो सभी के लिए चिंता का विषय है। अस्पताल के वार्ड में अधिकतर समय स्थलीय सामग्री जैसे कि चादरें नहीं मिल पा रहीं हैं। सुरक्षा की स्थिति भी प्रश्नचिह्न है, क्योंकि निरंतर वाहन चोरी की घटनाएं और अन्य सामाजिक विकृतियां हो रही हैं।
जिला महामंत्री मोहन सुराणा ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने एक सप्ताह में सुधार की कोई पहल नहीं की, तो भाजपा के नेता और सामान्य जनता मिलकर प्रदर्शन और धरने पर उतर सकते हैं। इस मुलाकात में भाजपा के विभिन्न नेता और पदाधिकारी शामिल थे।
इस पूरे मामले का सार यह है कि अस्पताल की अव्यवस्थाओं और सेवा में सुधार की अत्यंत जरूरत है, और यदि समय रहते उचित कार्रवाई नहीं हुई, तो यह समस्या राजनीतिक अवबोधन में परिवर्तित हो सकती है।
Add Comment