मणिपुर में हाल ही में दो स्टूडेंट्स की हत्या हुई। इस मामले में, रविवार को CBI ने चार आरोपीयों को गिरफ्तार किया, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। इन आरोपीयों को मणिपुर के चुराचांदपुर जिले से पकड़ा गया और जांच एजेंसी ने उन्हें असम के गुवाहाटी पहुंचाया।
मुख्यमंत्री ने भी इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। आरोपीयों में हत्या का मुख्य आरोपी और उसकी पत्नी भी शामिल हैं, और उनकी दो नाबालिग बेटियों को भी जांच के लिए साथ ले जाया गया है।
इसके अलावा, चुराचांदपुर में इस गिरफ्तारी का विरोध भी हो रहा है। लोग मानते हैं कि गिरफ्तार आरोपी बेकसूर हैं और उन्हें 48 घंटे में रिहाई की मांग की जा रही है। इस मांग के विरोध में बंद और सेल्युलर इंटरनेट बैन लगाया गया है।
लापता बच्चों के परिवार ने कहा है कि जब तक उनके शव नहीं मिलते, वे शांति से नहीं बैठ सकते। अभी तक कुछ अन्य युवाओं का भी पता नहीं चल पाया है।
कुकी संगठन ने NIA पर अपहरण का आरोप लगाया है और चुराचांदपुर जिले में बंद की घोषणा की है। संगठन ने सभी पहाड़ी जिलों के लोगों से सीमा सील करने की भी मांग की है।
कुकी समुदाय का मानना है कि चुराचांदपुर का नाम लम्का होना चाहिए, क्योंकि वे इस नाम से ज्यादा पहचानते हैं।
23 सितंबर को, इंटरनेट सेवा को बहाल किया गया और लोगों को सोशल मीडिया पर जानकारी प्राप्त करने की अनुमति है।
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