Home » मणिपुर: छात्र हत्या मामले में जन आक्रोश और सियासी हलचल
India

मणिपुर: छात्र हत्या मामले में जन आक्रोश और सियासी हलचल

मणिपुर में दो छात्रों की हत्या के प्रकरण में विरोध प्रदर्शन बढ़ते जा रहे हैं। पिछले चार दिनों से इस मुद्दे पर जन आक्रोश फैलता जा रहा है, और इसका असर राज्य की सियासत पर भी हो रहा है।

गुरुवार को एक गुस्साई भीड़ ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के निवास पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, पुलिस की मौजूदगी और आंसू गैस के इस्तेमाल से भीड़ को नियंत्रित किया गया। इस घटना के बाद मुख्यमंत्री के घर की सुरक्षा बढ़ा दी गई।

इससे पहले, प्रदर्शनकारियों ने भाजपा के कार्यालय में आग लगा दी थी। इसके अतिरिक्त, BJP के राज्याध्यक्ष शारदा देवी और एक डिप्टी कलेक्टर के घर पर भी हमले हुए थे।

मणिपुर सरकार ने कई इलाकों को “शांतिपूर्ण” घोषित किया है, लेकिन उन्हीं इलाकों में हिंसा और आगजनी की घटनाएँ घट रही हैं। छात्रों की मौत के पीछे का कारण और हत्यारे अभी तक पकड़े नहीं गए हैं।

वाहनिक तथ्य यह है कि जब मोबाइल इंटरनेट सेवा बहाल हुई, तब सोशल मीडिया पर दो छात्रों के शवों की चौंका देने वाली तस्वीरें वायरल हो गई। हालांकि, इन शवों का पता अभी तक नहीं चला है।

सियासत में भी इस मामले की गूंज महसूस हो रही है। श्रीनगर के पूर्व SSP राकेश बलवाल को मणिपुर में ट्रांसफर किया गया है। राज्य की सीआईडी की जांच में यह पाया गया कि इस घटना में पुलिस की लापरवाही हो सकती है।

आज सुबह की घटना में, एक पुलिसकर्मी को पत्थर मारकर जख्मी किया गया जब वह भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहा था। इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

प्रदर्शनकारियों का मानना है कि पुलिस और सरकार छात्रों की मौत के प्रकरण में अधिक संवेदनशील होनी चाहिए। जब तक प्रभावित परिवारों को न्याय नहीं मिलता, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।